*शुभ अवसरों में विधवा महिलाओं को दुर रखना समाजिक अभिशाप :उषा सहनी* *विधवाओं नें एक दुसरे को गुलाल लगाकर मनाया मिलन समारोह* - आपकी आवाज न्यूज़ चैनल

A+%25281%2529

यह एक समाचार वेब पोर्टल है।जिस पर स्थानीय,प्रादेशिक एवं राष्ट्रीय स्तर के समाचार एवं संपादकीय लेख उपलब्ध हैं।समसामयिक घटना,सामाजिक कुरीतियाँ एवं समाज की समस्याओं को इस पोर्टल के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य है। Reg:No:UDYAM-BR-26-0013177

Header Ads Widget

https://www.primevideo.com/?_encoding=UTF8&linkCode=ib1&tag=aapkiawazne0e-21&linkId=16fd80aa975d5895705f527e034be4bc&ref_=ihub_curatedcontent_982407f1-e4b8-4a28-b01d-732d13c482ab

Post Top Ad

Post Top Ad

Ad Space

Responsive Advertisement

Subscribe my youtube channel

रविवार, मार्च 08, 2020

*शुभ अवसरों में विधवा महिलाओं को दुर रखना समाजिक अभिशाप :उषा सहनी* *विधवाओं नें एक दुसरे को गुलाल लगाकर मनाया मिलन समारोह*

IMG-20200308-WA0072

राकेश कु०यादव:~
बछवाडा़ (बेगूसराय):~ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आपका आंचल  संस्था के द्वारा उन दवे कुछले महिलाओं को सम्मान देने का काम किया जा रहा है जो अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है उक्त बाते रविवार को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर प्रखंड मुख्यालय स्थित अम्बेडकर भवन में आपका आंचल संस्था के द्वारा आयोजित विधवा महिला विचार गोष्ठी सह महिला सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए पुर्व एमएलसी उषा सहनी ने कही। उन्होने कहा कि आज समाज में विधवा महिलाओं को इन दृष्टि से
IMG-20200308-WA0074

देखा जाता है छुआछूत के रूप में देखते हुए शादी विवाह उपनयन मुंडन एवं अन्य कार्यों से दूर रखा जाता है हमें इस समाज के अंदर अंधविश्वास को खत्म करने की जरूरत है तभी हम एक स्वच्छ समाज का निर्माण कर सकते है। इसके लिए समाज के महिलाओं को आगे आने की जरूरत है। उन्होने कहा कि सरकार महिला शश्क्तिकरण की बात करता है दहेज प्रथा, भ्रुण हत्या, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम चला रही है लेकिन वही महिलाओं को आज भी सम्मान के दृष्टिकोण से नही देखा जा रहा है। इसके लिए हमें अपने
IMG-20200308-WA0071

सम्मान व अधिकार को लड़कर लेना होगा। वही इस महिला दिवस के अवसर पर आपका आंचल संस्था के सचिव कामिनी कुमारी ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला शश्क्तिकरण और उनकी दशा दिशा को एक नयी दिशा देने के लिए विचार गोष्ठी के साथ साथ महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए संस्था कि ओर से एक महिलाओ का टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। आजादी के 72 वर्ष के बाद भी महिलाओं कि स्थिति में कोई खास बदलाव नही हुआ है। आज भी महिलाओं को समाज में दोयेम दर्जा दिया जा रहा है। आज भी महिलाओं को उपयोग व उपभोग की वस्तु समझा जा रहा है। जबकि इस समाज के साथ साथ श्रृष्टी निर्माण में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान है। इसके बावजूद भी महिओ को अपनी ताकत अपना पहचान बनाने के लिए समाज में सधर्ष करना पड़ता है। सरकार के द्वारा एक तरफ महिला शश्क्तिकरण की बात करता है और दुसरी तरफ पंचायत स्तर पर छोड़कर ना तो विधानसभा और ना लोग सभा में आरक्षण दिया जाता है। उन्होने बताया कि महिलाओं के अधिकार व हक के लिए संस्था लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। वही समाजसेवी सुनीता चौधरी,राम कुमार सिंह,प्रतीय लेखक संघ के जिलाध्यक्ष ललन ललीत, अमित कुमार सिंह,अवधेश कुमार चौधरी,सुनीता मिश्रा समेत अन्य लोगो ने संबोधित किया। वही कार्यक्रम के दौरान 135 विधवा महिलाओ को सम्मान करते हुए अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम के दौरान विधवा महिलाओं ने एक दुसरे को रंग गुलाल लगा कर खुशी का इजहार किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आपका आंचल संस्था के सचिव कामिनी कुमारी ने किया।  विचार गोष्ठी के मौके पर पुर्व मुखिया अर्जुन पासवान,रीता राय,विभा पासवान,रीता पासवान,रिकू ठाकुर,गायत्री गुप्ता,दुर्गा सिंह,मनिता राय,सरीता पासवान,अमीत कुमार समेत विभिन्न पंचायत के सैकड़ो विधवा महिला मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

thanks to response

Post Top Ad

"