मोकामा : हाथीदह से सिमरिया तक गंगा नदी के ऊपर बनाए जा रहे हैं डबल रेलवे लाइन के निर्माण कार्य को स्थानीय लोगों और किसानों ने रोक दिया है स्थानीय लोगों का कहना है कि किसानों की रेती जमीन पर बिना मुआवजा के रेल जबरन कार्य कर रही है जबरन कार्य कर रही है किसान मुआवजे की मांग पर अड़े हुए हैं मोकामा आरपीएफ जीआरपी 52 थाने की पुलिस मोकामा के अलावा रेलवे के अधिकारी निर्माण कार्य को शुरू करवाने पहुंचे लेकिन स्थानीय लोग मुआवजे की मांग पर अड़ गए और कार्य को रोक पूरे दिन कार्यस्थल पर स्थानीय और किसान लोगों का जमावड़ा रहा किसानों के द्वारा जमीन के कागजात प्रस्तुत किया गया लेकिन रेलवे मानने को तैयार नहीं है प्रशासन उस कागज को फर्जी बता रही है दूसरी ओर प्रशासन का कहना है कि जमीन रेलवे की है इसी दौरान जमीन का दावा करने वाले किसान और प्रशासन के बीच काफी नोकझोंक हुई बाढ़ एसडीएम सुमित कुमार के द्वारा बताया गया कि उकत जमीन रेलवे की है जमीन का दावा करने वाले लोगों ने फर्जी तरीके से जमाबंदी करवा कर रसीद कटवा लिया है जांच के दौरान डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट और एडिशनल कलेक्टर के द्वारा सभी की जमाबंदी को रद्द कर दिया है
बड़ी बात यह है कि यदि जमीन रेलवे की थी तो जमाबंदी किन लोगों के द्वारा किसानों ने करवाया किस ने किसानों के पैसे कोटक मचल कर जमाबंदी कर रसीद कटवा या यह एक जांच की विषय है रेलवे के अधिकारी इस विषय पर जांच कर फॉल्स रसीद कटवाने वाले दलाल के ऊपर भी कार्यवाही करें
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