*फर्जी तरीके से भु माफियाओं ने दान कर दी खतियानी जमीन*
राकेश यादव:-
बछवाड़ा (बेगूसराय):-
किसी गरीब किसानों के जमीन पर सिर्फ दबंगों व अपराधियों के कब्जा जमाने की खबर सुनी होगी। मगर बछवाड़ा प्रखंड के गोधना गांव में तो अजीब कहानी घटित हो रही है भु माफिया के सहयोग से सरकारी तंत्र हीं अवैध कब्जा करने पहुंचे गया है। यहां किस्सा कुछ इस तरह की है कि गोघना पंचायत के नवादा गांव में दलित किसान गणेश पासवान की
नीजी जमीन को गांव के कुछ भु माफियाओं नें फर्जी तरीके से बिहार सरकार को जमीन दान कर दिया। इतना हीं माफियाओं नें अपनी मजबूत पकड़ व रसुख के बल पर सरकारी राशि से बनने वाले सामूदायिक भवन की योजना भी स्वीकृति करवा ली। और तो और उक्त निर्माण योजना का पेटी कांट्रेक्ट भी खुद हीं ले लिया। अब जब मजदूर मिस्त्री कार्य स्थल का मुआयना करने पहुंचे तो असल जमीन मालिक गणेश पासवान नें कार्य करने से मना कर बैरंग वापस लौटा दिया। दलित किसान श्री पासवान नें बताया कि उक्त जमीन का मैं खतियानी रैयत हुं। मेरे गांव के कमलनाथ पासवान नें राजस्वकर्मी के मिलीभगत से फर्जी लगान रशीद कटवा लिया। और इसी रशीद को आधार बनाकर जमीन को दान कर भवन निर्माण की ठेकेदारी भी ले ली। जबकि उक्त जमीन पर न्यायालय में पुर्व से हीं मुकदमा लंबित है। उल्लेखनीय है कि जब इस जमीन पर मुकदमा लंबित है तो विभाग द्वारा सामूदायिक भवन निर्माण कार्य की स्वीकृति कैसे मिल गयी। निर्माण कार्य पर रोक लगाने हेतु कोर्ट सम्बंधित अधिकारियों को कारण पृच्छा नोटिस जारी कर दी गई है। बावजूद इसके इतने सारे कानूनी प्रतिबद्धता के बावजूद न्यायालय को धत्ता बताते हुए विभाग दलित किसान की जमीन को पर कब्जा कर हकमारी की पुर्ण तैयारी में है। मामले को लेकर तेधरा अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार नें दुरभाष पर बताया कि सामूदायिक भवन निर्माण कार्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। उक्त निर्माण कार्य की योजना की विभागीय स्वीकृति मिल चुकी है अतः कार्य को अंतिम रूप देना हमलोगों का मूल कर्त्तव्य है।
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