बिहारशरीफ(एस राजा)-सुष्मिता कुमारी मगध महिला कॉलेज (पटना) बैचलर ऑफ आर्ट्स पार्ट र्थी की छात्रा ने नालन्दा 24 के माध्यम से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वो अपनी पढ़ाई के लिए काफी चिंतित है विषय का परिक्षा भी लंवित है इस कोरोनावायरस डीजिज-19 के लॉक डाउन में। जिंदगी में पहली बार ऐसी महामारी देखें है सभी अपने-अपने घरों में बंद है। प्रवासियों को अपने निवास स्थान भेजा जा रहा है। सुष्मिता कुमारी ने कहा कि लॉक खत्म होने के बाद भी लोग स्वयं एहतियात बरतें इसलिए सावधान रहें स्वस्थ रहें। खांसते या छिंकते वक्त अपना मुंह ढंक ले। हाथ साफ नहीं हो तो आंख, नाक और मुंह को छूने से बचे। डब्ल्यूएचओ के अनुसार बुखार खांसी या सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण है। वर्तमान में भारत में कुल संक्रमित व्यक्ति लगभग 70 हजार के पार है, ठीक होने वालों कि संख्या 22500 के आसपास है। 2293 कि अब तक मौतें हो चुके हैं। इस वायरस का अब तक कारगर टीका भी नही बनाया गया है इसलिए लोगों को अपनी इम्यून सिस्टम (प्रतिरोध क्षमता) को मजबूत करना चाहिए ताकि कोरोना वायरस से बचा जा सके। डॉक्टर, पुलिस और सफाई कर्मी इस महामारी के रोकने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। साथ ही बताया कि कल कारखाने बंद होने के बाद आसमान में पर्यावरण से प्रदूषण कम हुआ है, गंगा का पानी साफ हुआ है। हमें आशा है कि इस कोरोनावायरस से कुछ महीने में निपटारा मिल जाएगा लेकिन इस कोरोना ने हमें सिखा दिया कि अनजान व्यक्ति से दूर रहें तथा गले मिलने की बजाय भारत की परंपरा नमस्ते और प्रणाम करें और साथ ही हमें सिखा दिया कि हम भारतवासी में एकता की कमी नहीं है जरूरत पड़ने पर हम दूर रहकर भी अपने देश की अखंडता को बनाए रख सकते हैं।
बिहारशरीफ(एस राजा)-सुष्मिता कुमारी मगध महिला कॉलेज (पटना) बैचलर ऑफ आर्ट्स पार्ट र्थी की छात्रा ने नालन्दा 24 के माध्यम से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वो अपनी पढ़ाई के लिए काफी चिंतित है विषय का परिक्षा भी लंवित है इस कोरोनावायरस डीजिज-19 के लॉक डाउन में। जिंदगी में पहली बार ऐसी महामारी देखें है सभी अपने-अपने घरों में बंद है। प्रवासियों को अपने निवास स्थान भेजा जा रहा है। सुष्मिता कुमारी ने कहा कि लॉक खत्म होने के बाद भी लोग स्वयं एहतियात बरतें इसलिए सावधान रहें स्वस्थ रहें। खांसते या छिंकते वक्त अपना मुंह ढंक ले। हाथ साफ नहीं हो तो आंख, नाक और मुंह को छूने से बचे। डब्ल्यूएचओ के अनुसार बुखार खांसी या सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण है। वर्तमान में भारत में कुल संक्रमित व्यक्ति लगभग 70 हजार के पार है, ठीक होने वालों कि संख्या 22500 के आसपास है। 2293 कि अब तक मौतें हो चुके हैं। इस वायरस का अब तक कारगर टीका भी नही बनाया गया है इसलिए लोगों को अपनी इम्यून सिस्टम (प्रतिरोध क्षमता) को मजबूत करना चाहिए ताकि कोरोना वायरस से बचा जा सके। डॉक्टर, पुलिस और सफाई कर्मी इस महामारी के रोकने के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहे हैं। साथ ही बताया कि कल कारखाने बंद होने के बाद आसमान में पर्यावरण से प्रदूषण कम हुआ है, गंगा का पानी साफ हुआ है। हमें आशा है कि इस कोरोनावायरस से कुछ महीने में निपटारा मिल जाएगा लेकिन इस कोरोना ने हमें सिखा दिया कि अनजान व्यक्ति से दूर रहें तथा गले मिलने की बजाय भारत की परंपरा नमस्ते और प्रणाम करें और साथ ही हमें सिखा दिया कि हम भारतवासी में एकता की कमी नहीं है जरूरत पड़ने पर हम दूर रहकर भी अपने देश की अखंडता को बनाए रख सकते हैं।
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