चैन का नींद सो रहे हैं
बाढ़= आप जो यह नजारा देख रहे हैं यह नजारा पटना पूर्वी कल आने वाला बाढ़ अनुमंडल के एसबीआर कॉलेज चौक का है जहां पर हाल के दिनों में ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था की गई है लेकिन व्यस्ततम इस चौक पर ट्रैफिक पुलिस तो रहती है लेकिन उन्हें आने जाने वालों से कोई लेना-देना नहीं यह आराम से अखबार का पन्ना पलटते रहते हैं और उनका साथी चैन का नींद सो रहे हैं आप दो ट्रैफिक पुलिस वालों को सोए हुए देख सकते हैं जो की कुर्सी पर बैठकर आराम फरमा रहे हैं वहीं कोरोना वायरस के लिए ट्रैफिक पुलिस को जो सचेत किया गया है उसका पालन नहीं हो पा रहा है पुलिस आराम से सोई हुई है वही बाइक सवार बिना हेलमेट और मास्क लगाए आना-जाना करते रहते हैं इससे ट्रैफिक पुलिस को कुछ लेना देना नहीं है ट्रैफिक पुलिस वालों से जब
जी मीडिया नहीं आ बात पूछी कि आपकी ड्यूटी क्या है तो वह भड़क गए उनका साफ तौर पर कहना था कि आप पूछने वाले कौन होते हैं मैं पेपर पर हूं या सोया रहूं पर मीडिया के नाते पर कितना धर्म बनता है कि यदि लोगों को चौक चौराहे पर एक्सीडेंट होने का खतरा रहे और ऐसे संवेदनशील चौराहे पर यदि ट्रैफिक पुलिस सोए रहे तो आखिर इस कारोना वैश्विक महामारी में ऐसे ट्रैफिक पुलिस का क्या काम जरूरत है ट्रैफिक पुलिस के आला अधिकारियों को लापरवाह ट्रैफिक पुलिस वालों को आराम भंग करने की ताकि सरकारी सेवक सही तरीके से ड्यूटी कर सके और वाहन चालकों के साथ साथ आने जाने वाले लोग की जान मान की भी सुरक्षा हो सके
बाढ़= आप जो यह नजारा देख रहे हैं यह नजारा पटना पूर्वी कल आने वाला बाढ़ अनुमंडल के एसबीआर कॉलेज चौक का है जहां पर हाल के दिनों में ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था की गई है लेकिन व्यस्ततम इस चौक पर ट्रैफिक पुलिस तो रहती है लेकिन उन्हें आने जाने वालों से कोई लेना-देना नहीं यह आराम से अखबार का पन्ना पलटते रहते हैं और उनका साथी चैन का नींद सो रहे हैं आप दो ट्रैफिक पुलिस वालों को सोए हुए देख सकते हैं जो की कुर्सी पर बैठकर आराम फरमा रहे हैं वहीं कोरोना वायरस के लिए ट्रैफिक पुलिस को जो सचेत किया गया है उसका पालन नहीं हो पा रहा है पुलिस आराम से सोई हुई है वही बाइक सवार बिना हेलमेट और मास्क लगाए आना-जाना करते रहते हैं इससे ट्रैफिक पुलिस को कुछ लेना देना नहीं है ट्रैफिक पुलिस वालों से जब
जी मीडिया नहीं आ बात पूछी कि आपकी ड्यूटी क्या है तो वह भड़क गए उनका साफ तौर पर कहना था कि आप पूछने वाले कौन होते हैं मैं पेपर पर हूं या सोया रहूं पर मीडिया के नाते पर कितना धर्म बनता है कि यदि लोगों को चौक चौराहे पर एक्सीडेंट होने का खतरा रहे और ऐसे संवेदनशील चौराहे पर यदि ट्रैफिक पुलिस सोए रहे तो आखिर इस कारोना वैश्विक महामारी में ऐसे ट्रैफिक पुलिस का क्या काम जरूरत है ट्रैफिक पुलिस के आला अधिकारियों को लापरवाह ट्रैफिक पुलिस वालों को आराम भंग करने की ताकि सरकारी सेवक सही तरीके से ड्यूटी कर सके और वाहन चालकों के साथ साथ आने जाने वाले लोग की जान मान की भी सुरक्षा हो सके
आनंद कुमार की खास रिपोर्ट



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