मोकामा रेफरल अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों काफी दिक्कते होती है। लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्राप्त हो इसके लिए रेफरल अस्पताल की स्थापना की गई थी, किंतु इसका लाभ लोगों को नही मिल पा रहा है। अस्पताल में सात चिकित्सकों का स्वीकृत पद है। लेकिन यहां सिर्फ छह ही कार्यरत हैं। अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ, सर्जन आदि नहीं है। अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं होने से लोगों को इलाज के लिए पटना, रांची या दिल्ली जाना पड़ता है। सौरभ कुमार के द्वारा बताया जा रहा है मोकामा रेफरल अस्पताल होने के बावजूद सुविधा नहीं मिली है। मरीजों का सही ढंग से भी इलाज नहीं हो पाता है।अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है। यदि कोई महिला या पुरुष मरीज इलाज के लिए मोकामा रेफरल अस्पताल आता है तो उनके लिए शौचालय की भी व्यवस्था नहीं है लोग खुले में शौच करते हैं वही हमारे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन चलाया जा रहा है लेकिन उनके सपनों को चूर चूर करने वाले उन्हीं के अधिकारी आगे हैं
मोकामा रेफरल अस्पताल में शौचालय होने के बावजूद भी शौचालय में ताला लटका हुआ है और साफ-सफाई भी नहीं देखिए शौचालय की हालत क्या है क्या मोकामा रेफरल अस्पताल में सफाई कर्मी की कमी है यदि कमी है तो उसे सरकार पूरा क्यों नहीं कर रही है या सरकार सफाई कर्मी है तो सफाई कर्मी अपना काम करने से क्यों कतरा रहे हैं क्यों लटका है ताला
आनंद कुमार की खास रिपोर्ट
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